Home » भिलाई क्राईम: दुर्ग के कई लोगों को मोती माला बनाने के काम का झांसा देकर 2 करोड़ से ज्यादा की ठगी, दुर्ग पुलिस को मिली सफलता… हुआ गिरफ्तार… एसपी के सामने बताई पूरी कहानी… पढ़े

भिलाई क्राईम: दुर्ग के कई लोगों को मोती माला बनाने के काम का झांसा देकर 2 करोड़ से ज्यादा की ठगी, दुर्ग पुलिस को मिली सफलता… हुआ गिरफ्तार… एसपी के सामने बताई पूरी कहानी… पढ़े

by Bhupendra Sahu

भिलाई। दुर्ग शहर में मोती माला बनाने का काम देने के बहाने कई लोगों को चूना लगाकर 2 करोड़ से ज्यादा की ठगी करने वाले मास्टर माइंड को दुग पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में सानू कुमार पिता विजय कुमार (24) निवासी ग्राम गोगारी तहसील जमालपुर थाना गोगारी जिला खगडिया बिहार व संजय उर्फ आनंद कुमार पिता अशोक राऊत (26) निवासी रानीपुर, थाना फुलवारी शरीफ पटना बिहार को गिरफ्तार कर दुर्ग लाया गया। मंगलवार को पुलिस कप्तान डॉ अभिषेक पल्लव ने ने इसका खुलासा किया।

बता दें 20 जनवरी 2023 को इंदिरा नगर निवासी गीता राजपूत (30) ने शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि होमग्रोन कारपोरेशन द्वारा काला मोती गुथने का रोजगार दिया जा रहा है। इंदिरा मार्केट के कार्यालय में जाने पर सानू कुमार नाम का युवक मिला जो अपने आप को होमप्रोन कारपोरेशन के प्रोपराईटर बताया। उसने काला मोती बनाकर लाने पर 3500 रुपए देने की बात कही और रजिस्ट्रेशन के नाम पर 2500 रुपए लिए। कई महिलाओं ने कंपनी ने 2500 रुपए का रजिस्ट्रेशन कर काला मोती बनाने का काम लिया। मोती माला बनाने के बाद जब उसे देने कंपनी के दफ्तर पहुंचे तो वहां ताला लटका था। आसपास से पता चला कि सानू कुमार अपने साथी के साथ दुर्ग में कई लोगों से रजिस्ट्रेशन कराकर भाग गया है। इस मामले में दुर्ग पुलिस ने धारा 420 के तहत अपराध दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की।

इसके बाद आरोपियों की तलाश के लिए स्पेशल टीम बनाई गई। टीम द्वारा प्रार्थी एवं प्रेम कमल कॉम्प्लेक्स इंदिरा मार्केट दुर्ग स्थित होमग्रोन कॉरपोरेशन के कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों से संपर्क स्थापित करते हुए आरोपी सानू कुमार के संबंधित मोबाईल नम्बर, बैंक एकाउण्ट एवं अन्य उपयोगी दस्तावेज की जानकारियां एकत्र की गयी। मोबाईल नम्बर, बैंक खाता स्टेटमेंट संबंधित नोडल अधिकारी से प्राप्त कर उनका सूक्ष्मता से अवलोकन किया गया। अवलोकन करने के दौरान यह तथ्य सामने आया कि आरोपी सोनू कुमार अपनी पहचान छिपाने एवं घटना को संघटित रूप से अंजाम देने के लिए सभी जगहों पर फर्जी दस्तावेज बनाकर उपयोग में लाया गया है।

टीम द्वारा आरोपी सानू कुमार के रूकने हेतु उपयोग में लाये गये दुर्ग, रायपुर स्थित महंगे होटलों एवं अनुस्का रेसीडेन्सी स्मृति नगर दुर्ग स्थित किराये के मकान पर जाकर निरीक्षण कर कई महत्वपूर्ण एवं फर्जी दस्तावेज प्राप्त किये। आरोपी सानू कुमार द्वारा होमग्रोन कॉरपोरेशन कंपनी खोलने हेतु नगर निगम दुर्ग को उपलब्ध कराये गये दस्तावेजों को प्राप्त कर उनका सूक्ष्मता से अवलोकन किया गया। जिससे आरोपी की पहचान सानू कुमार पिता विजय कुमार उम्र 24 साल निवासी ग्राम गोगारी तहसील जमालपुर थाना गोगारी जिला खगडिया बिहार के रूप में सुनिश्चित की गयी।

इसके बाद सीएसपी दुर्ग आईपीएस वैभव बैंकर व डीएसपी (सायबर) आईपीएस प्रभात कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित कर खगडिया बिहार के लिए रवाना किया गया। टीम द्वारा स्थानीय स्तर पर आरोपी सानू कुमार के बारे सूचना तंत्र लगाते हुए महत्वपूर्ण जानकारी एकत्रित की गयी। जिसमें यह ज्ञात हुआ कि आरोपी सानू कुमार घटना के उपरांत अपने गांव आया था व वर्तमान में घूमने नेपाल गया है। नेपाल से उसके वाराणसी जाने की जानकारी मिली। इसके बाद टीम ने आरोपी सानू कुमार लगातार 48 घंटों तक ऑपरेशन करते हुए वाराणसी स्थित शक्ति अपार्टमेन्ट शिवपुर किराये के मकान पर घेराबंदी कर पकड़ा गया। शुरुआती पूछताछ में आरोपी सानू कुमार पुलिस को गुमराह करता रहा। लेकिन कड़ाई करने पर उसने पूरी सच्चाई बता दी। उसने बताया कि वह यह पूरा काम अपने साथी संजय कुमार के साथ मिलकर किया था।

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