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आत्मनिर्भर गांव की कल्पना हो रही है साकार

by Bhupendra Sahu

बलौदाबाजार छत्तीसगढ़ शासन की गौठान को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क रीपा बनाने की परिकल्पना अब साकार होने लगें है साथ ही इसके सकारात्मक परिणाम भी मिलने लगें है। कभी दूसरे राज्यों में काम की तलाश में जाने वाली महिलाएं अब गांव के गौठान में पेंट बनाकर आर्थिक लाभ अर्जित कर रही है। रीपा के तहत गांव की महिलाएं गोबर से पेंट बनाकर महात्मा गांधी जी के आत्मनिर्भर गांव की कल्पना को भी साकार कर रही हैं। उक्त गोबर पेंट बेहद ही उच्च गुणवत्ता युक्त है जो कि मल्टीनेशनल कंपनियों को सीधा टक्कर दे रही हैं।

ऐसे ही बलौदाबाजार -भाटापारा जिले के विकासखंड पलारी के ग्राम गिर्रा में जय माँ लक्ष्मी स्व सहायता समूह की महिलाओं ने गोबर से उच्च गुणवत्ता वाला पेंट बना रहा है। 3 माह पूर्व प्रारंभ किया हुआ उक्त यूनिट से अभी तक कुल 1915 लीटर गोबर पेंट का निर्माण हो चुका है। जिसमे से 670 लीटर पेंट बेच चुके है। जिससे अभी तक समूह को 1 लाख 27 हजार 240 रुपये की आमदनी अर्जित हुई है।

जय माँ लक्ष्मी स्व सहायता समूह की अध्यक्ष दामिनी वर्मा ने बताया कि हमारे समूह में कुल 10 महिलाएं शामिल हैं। साथ ही एक पुरूष को गोबर पेंट के निर्माण कार्य मे सहयोग लेते है। उन्होनें आगे बताया कि हम विगत 5 वर्षों से समूह में आपस में जुड़े हुए एवं साप्ताहिक बैठक कर लेन-देन का कार्य करते थे। हम सब समूह में ही रहकर आजीविका संबंधित कुछ कार्य करने सोंच रहे थे तभी हमे रीपा महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क ने गोबर पेंट निर्माण कार्य के बारे में हमें जानकारी दी गई।

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