नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने द्वारका एक्सप्रेसवे के निर्माण की लागत पर नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दी। कैग रिपोर्ट पर बोलते हुए गडकरी ने कहा कि द्वारका एक्सप्रेसवे पर घोटाले की बातें गलत हैं। उन्होंने कहा कि इसके उलट द्वारका एक्सप्रेस वे पर 12 फीसदी पैसे बचाए गए हैं। गौरतलब है कि 10 अगस्त को संसद में पेश कैग रिपोर्ट में कहा गया है कि द्वारका एक्सप्रेसवे के निर्माण में तय रकम से ज्यादा पैसे खर्च किए गए। इसको लेकर विपक्ष ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।
कैग रिपोर्ट पर उठते सवाल को लेकर नितिन गडकी ने कहा कि इस रिपोर्ट का आकलन सही नहीं है। उन्होंने कहा कि द्वारका एक्सवेसवे 29 किमी का है। हमने जो कैबिनेट नोट भेजा था उसमें लिखा था कि हम 5 हजार किमी टू लेन रोड बनाएंगे और उसकी कीमत 91 हजार करोड़ रुपए होगी। इसमें से फ्लाईओवर और रिंगरोड की कीमत इस्टीमेटेड डीपीआर बनने के बाद तय करने की बात हुई थी। उन्होंने कहा कि समस्या यह है कि जिसे वह 29 किमी बोल रहे हैं, वह 230 किमी है। उन्होंने कहा कि इसमें कुल 6 टनल हैं और यह 563 किमी टोटल लेन का रोड है। जो टेंडर निकाला गया था, वह 206 करोड़ रुपए प्रति किलोमीटर का था।
गडकरी ने कहा कि हमने इस प्रोजेक्ट पर 12 फीसदी कम खर्च किया है।
गडकरी ने बताया कि हमारे अधिकारियों ने यह बात सीएजी के सामने चर्चा में रखी थी। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि चर्चा में अधिकारी हमारी बात मान गए थे। लेकिन हमसे गलती यह हो गई कि हमने यह बात लिखित में उन्हें नहीं दी। गडकरी ने कहा कि जहां तक घोटाले की बात है, मीडिया से लेकर विपक्ष तक से कह रहा हूं, हम टाइम बाउंड हैं, रिजल्ट ओरिएंटेड हैं और करप्शन फ्री हैं। इतना ही नहीं, गडकरी ने कहा कि इस सरकार में मैंने 50 लाख करोड़ के काम करवाएं हैं। एक भी काम में कोई भी ठेकेदार या अन्य कोई कह दे कि उसे एक भी पैसा देना पड़ा हो तो जो बोलेंगे सजा भुगतने के लिए तैयार हैं।
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