रायपुर राज्य सरकार की नवाचारी पहल ‘नरवा विकास’ के तहत छत्तीसगढ़ में भू-जल उपचार संबंधी हो रहे कार्यों की सराहना झारखण्ड राज्य के अधिकारियों की टीम द्वारा अवलोकन करते हुए की गई है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में वनांचल में भू-जल उपचार के लिए कैम्पा के तहत काफी तादाद में नरवा विकास के कार्य कराए जा रहे हैं।
इस तारतम्य में प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री व्ही. श्रीनिवास राव ने बताया कि झारखण्ड की मनरेगा टीम द्वारा विगत दिवस छत्तीसगढ़ में प्रवास के दौरान जशपुर वन परिक्षेत्र के लोदाम बीट अंतर्गत 01 करोड़ 35 लाख रूपए की लागत से निर्मित नरवा जामझरिया नाला में क्षेत्र उपचार एवं मिट्टी बांध का निरीक्षण किया गया। मिट्टी बांध निर्माण के सभी तकनीकी पहलुओं से वनमण्डलाधिकारी जशपुर श्री जितेन्द्र उपाध्याय द्वारा झारखण्ड की टीम को अवगत कराया गया। जिससे विशालकाय मिट्टी बांध का निर्माण किया गया है, अवलोकन के दौरान झारखण्ड से आये टीम द्वारा मिट्टी बांध की विशालता, आकार एवं जल भराव को देख कर काफी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कार्य की प्रशंसा की गई। मिट्टी बांध में लगभग 3 मीटर गहरी एवं 800 मीटर लम्बाई में पानी का भराव है।
निरीक्षण टीम द्वारा स्थानीय कृषकों से भी वार्तालाप किया गया। स्थानीय कृषकों ने बताया कि बांध निर्माण से आस-पास के 4 ग्रामों के लगभग 100 कृषकों को 4 से 5 माह के लिए रोजगार उपलब्ध हुआ एवं ग्रामीणों को लगभग 20 एकड़ खेती हेतु द्विफसलीय खेती हेतु जल की उपलब्धता हुई है, जिससे ग्रामीण अत्यंत खुश हैं। साथ ही उनके वनों की सुरक्षा में भी उत्साह वर्धन हुआ है एवं सहभागीता बढ़ रही है। वन प्रबंधन समिति द्वारा माह जुलाई में बांध में मछली बीज छोड़ा गया है, जिससे आय के अन्य स्त्रोत के रूप में उसका उपयोग किया जा सके। जामझरिया नाला का कुल कैचमेंट एरिया 760 हेक्टयर है।