दुर्ग। मासिक धर्म से जुड़ी भ्रांतियों और कलंक को दूर करने के लिए सामुदायिक कार्यक्रम और शिक्षा अभियानों का आयोजन स्वामी आत्मानंद शास. अंग्रेजी माध्यम स्कूल सेलूद , पाटन में प्रतिष्ठा शुक्ला (नवीन व्यावसायिक पाठ्यक्रम नोडल)के मार्गदर्शन में व बस्ता एजुकेशन एंड हेल्प फाउंडेशन प्राचार्य एन.पी.देशकर के सानिध्य व विनीता पटेल द्वारा मासिक धर्म शिक्षा कार्यशाला का आयोजन किया।
यह पहल मासिक धर्म को लेकर जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ महिलाओं को उनके स्वास्थ्य के प्रति सजग बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस प्रकार के प्रयासों से महिलाओं के स्वास्थ्य और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा।
इस कार्यशाला का समन्वयन एवीएम स्किल ट्री के समन्वयक रविंद्र धुरंधर और हेल्थ केयर वीटी चम्पेश्वरी साहू द्वारा किया गया। इस कार्यशाला में छात्रों को मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता, स्थायी मासिक धर्म उत्पादों के महत्व, मासिक धर्म के वैज्ञानिक कारणों, लड़कों के लिए मासिक धर्म के ज्ञान की आवश्यकता, समाज में प्रचलित भ्रांतियों और मूड स्विंग्स के प्रभाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। इस कार्यशाला को छात्रों ने बहुत सराहा और इस कार्यशाला से उनके मासिक धर्म स्वास्थ्य के ज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
इस कार्यशाला ने छात्रों में मासिक धर्म के प्रति जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। छात्रों ने इस कार्यक्रम से प्राप्त ज्ञान को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लिया। इस प्रकार की कार्यशालाओं के आयोजन से छात्रों में मासिक धर्म के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित होगा और उन्हें स्वच्छता व स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जा सकेगा।